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पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा कई सालों से परित्यक्त भटनी-पिवकोल बाईपास मीटर गेज लाइन को फिर से चालू करने की तैयारी है। रेलवे भटनी-भरथुआ मार्ग पर साहोपार गांव के सामने, बैद्यौली होकर खुखुंदू को जाने वाले मार्ग पर इसी गांव के सामने व सकरापार गांव में अंडरब्रिज बनाने पर विचार कर रहा है। इसके लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजकर सहमति मांगा है।
रेलवे ने समपार फाटकों की झंझट दूर करने के लिए अंडरब्रिज या ओवरब्रिज पर जोर दे रहा है। इसके तहत पिवकोल-भटनी बाईपास लाइन को फिर से चालू करने के साथ ही इसके मध्य स्थित तीन समापार रेलवे क्रा¨सग को बंद कर अंडरब्रिज बनाने पर विचार कर रहा है। रेलवे ने जिलाधिकारी से सहमति के लिए पत्र भेजा है। भटनी से औड़िहार तक रेल प्रशासन की ओर से रेलवे लाइनों से समपार फाटकों का झंझट दूर करने के लिए कुल 26 समपार चिह्नित किए गए हैं। इसके साथ ही पिवकोल से भटनी बाईपास लाइन (वर्तमान में बंद) के बीच समपार संख्या एक, दो व तीन के स्थान पर अंडरब्रिज (सबवे) बनाना प्रस्तावित है। भटनी-पिवकोल बाईपास मीटर गेज लाइन विगत कई वर्षों से परित्यक्त थी। अब इस लाइन को बड़ी लाइन द्वारा भटनी पिवकोल को जोड़ने का प्रस्ताव स्वीकृत है। इस तरह का पत्र उप मुख्य इंजीनियर रेलवे गोरखपुर ने जिलाधिकारी को भेजा है। जिसमें उनकी सहमति मांगी गयी है। रेल प्रशासन की मंशा है कि इस अंडरब्रिज के बन जाने के बाद रेलवे पिवकोल से भटनी के लिए बाईपास बड़ी लाइन बनाएगी, ताकि वाराणसी से छपरा बिहार के तरफ जाने वाले ट्रेनों का इंजन न बदलना पड़े।
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भटनी-पिवकोल बाईपास रेल लाइन पर समपार रेलवे क्रा¨सग बंद हो जाने तथा इसके जगह अंडरब्रिज बनाने से लोगों का कहना है कि बड़े वाहन पार नहीं हो पाएंगे। ये तीनों समपार यातायात की ²ष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इन रोडों से बिहार के लिए ट्रकें आए दिन जाती हैं, लेकिन अंडरब्रिज हो जाने से ट्रक निकल नहीं पाएंगे। साथ ही जमीनी सतह नीचे होने के चलते बरसात के समय हमेशा जल जमाव बना रहता है, जिससे छोटे वाहनों का भी निकलना संभव नहीं होगा।
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