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ये सुबह भी रोज की तरह ही थी। देवरिया के भुजौली खुर्द गांव में विजय तिवारी के परिवार के तीन सदस्य हमेशा की तरह आरबीटी स्कूल जाने के लिए बड़े मन से तैयार हुए। भतीजी रंजना (उम्र 20 वर्ष), बेटा विनय तिवारी (उम्र 17 वर्ष) और नतिनी समृऋि (उम्र 5 वर्ष) तीनों की मंजिल वही स्कूल है। भतीजी पढ़ाती तो बेटा और नतिनी वहीं पढ़ते हैं।
बेटे ने बाइक सम्भाली, भतीजी और नतिनी पीछे बैठीं। तीनों आरबीटी स्कूल की ओर बढ़ चले लेकिन बरियारपुर चौराहे से पहले ही रास्ते में सामने से आ रहा एक डीसीएम ट्रक अचानक बेकाबू हो गया। बाइक को बुरी तरह रौंदते हुए डीसीएम आगे बढ़ गया और बाइक उसमें फंसकर घिसटती चली गई। जबकि गंभीर रूप से घायल रंजना और समृद्धि को लोगों ने जिला अस्पताल पहुंचाया। वहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। रास्ते में समृद्धि की भी मौत हो गई जबकि रंजना का मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।
देर से पहुंची पुलिस पर भड़का भीड़ का गुस्सा-
इस दुर्घटना के बाद आसपास मौजूद लोगों ने डॉयल-100 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचने में खासी देर लगाई। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने देवरिया-महुआपाटन मार्ग को जाम कर दिया। डॉयल-100 की गाड़ी दिखाई पड़ी तो उस पर पथराव कर शीशा भी तोड़ दिया। लोगों के गुस्से को देखते हुए तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों का गुस्सा शांत और जाम खत्म कराया।
साभार: हिंदुस्तान
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